शिव के दीवाने चलो शिव को मनाएंगे
देवों के देव महादेव को रिझाएंगे
भोले बाबा भगतों के हरते है गम बोलो बम बम बम
देवों और देत्यो में हुआ संग्राम था
देवों को बचाया था किया विषपान था
असुरों को धरती से किया था खत्म
जटा में गंगा है माथे पे चंदा है
गल में है नागराज भभूति अंगा है
हाथों में है डमरू बाजे डम डम डम
शिव शंकर शम्भू की लीला महान है
भगतों को मुँह माँगा दिया वरदान है
महादानी है करते है रहमोकरम
कालो का काल महाकाल एक रूप है
त्रिलोकी नाथ दीनानाथ सहरूप है
विजन का भोलेनाथ कष्ट करो कम