सखी सहेली मुझे बताओ श्याम सलोनो किधर गयो,
मीठी मीठी तान सुना के इधर गयो के उधर गयो,
सखी सहेली मुझे बताओ.......
श्याम सलोनो मुखड़ा मेरे मन मन्दिर में उतर गयो,
धीरे से उसका मुस्काना चीर हमारो जिगर गयो
सखी सहेली मुझे बताओ श्याम सलोनो किधर गयो,
वाधा कर के अभी न आयो वाधा कर के मुकर गयो,
कुञ्ज गलियन में देखत देखत पूरा दिन मेरो गुजर गयो
सखी सहेली मुझे बताओ श्याम सलोनो किधर गयो,
इन्तजार कर कर के मेरे नैन को नकशा बिगड़ गयो
कहे अनाडी बिन दर्शन के दिल का गुलशन उजड़ गयो,
सखी सहेली मुझे बताओ श्याम सलोनो किधर गयो,