अँखियों में नमीं सी हो, दिल बेठा हो हार के
जब कुछ ना नज़र आये, मुझे तू हीं नज़र आये
जब गम के अँधेरे हों, बंद हों सरे रास्ते
जब कुछ ना नज़र आये, मुझे तू हीं नज़र आये
एक तू ही मेरी आस है, एक तू ही सहारा
तेरे नाम से बाबा मेरा, चलता है गुजारा
एक तेरे भरोसे पे, सब बेठा हूँ हार के
उलझन मेरे जीवन की, एक तू हीं सुलझाये
अँखियों के .............
इस जग में प्रभु कोई आपसा, कोई दानी नहीं है
तेरे प्रेमियों के प्रेम का, कोई सानी नहीं है
कोई प्रेमी तेरा मुझको, देख के मुझको मुस्काये
मुझे तू हीं नज़र आये, बस तू ही नज़र आये
अँखियों के .............
कभी सोचता है दिल मेरा, तूने क्या क्या दिया है
जिस चीज के लायक नहीं, तूने वो भी दिया है
तूं ऐसा दयालु है, छूले पत्थर जो प्यार से
फूल उसमे भी खिले, फूल उसमे भी खिले
अँखियों के .............
राजू/ भक्तों को मिले उम्र भर, चरणों में ठिकाना
तेरे नाम से जाने मुझे, ये सारा जमाना
तेरी सेवा में सांवरे, जीवन ये गुजर जाए
जब कुछ न नज़र आये, बस तू ही नज़र आये
अँखियों के .............