ओ माहरा खाटू रा सांवरियां पधारो,
के कद सु उडीके थारा लाल,
ओ माहरा खाटू रा सांवरियां पधारो,
फागणियां में रंग बिरंगी ठंडी सी फुहार पड़े,
भाजे जो धमाल थारी भगता ने लोर चले,
आके मुरली की तान भजाओ.
के कद सु उडीके थारा लाल,
कीर्तन करावा थारो भजन भी गावा,
छप्पन है भोग बाबा फूल बरसावा ला,
बाबा आके थे भोग लगाओ,
के कद छू उडीके थारा लाल,
सूंदर सरूप थारो भगता ने नैना वसे,
क्या मि तरसाओ बाबा कालजे में चीस पड़े,
आके भगता के दुखड़ा मिटाओ,
के कद छू उडीके थारा लाल,
ये ही रखवाला माहरा थे ही तो दातार हो,
हारोडा री नाव रे बाबा थे ही पतवार हो.
नईया मंगल री पार लगाओ,
के कद छू उडीके थारा लाल,