मेरे दुःख के दिनों में माँ बड़ी काम आती है
जब कोई नही आता मेरी मैया आती है,
मेरे दुःख के दिनों में माँ बड़ी काम आती है
मेरी नैया चलती है पतवार नही होती
किसी और की मुझको अब दरकार नही होती,
बिन बोले दिल की बाते माँ जान जाती है
मेरे दुःख के दिनों में माँ बड़ी काम आती है
कोई प्रेम करे माँ से ये उसकी हो जाए,
दुःख दर्द भगतो के माँ पहचान जाती है,
मेरे दुःख के दिनों में माँ बड़ी काम आती है
ये इतनी बड़ी हो कर दीनो से प्यार करे
वनवारी चोट बड़े सब को सवीकार करे,
हर भगतो का केहना ये मान जाती है
मेरे दुःख के दिनों में माँ बड़ी काम आती है