शेरावाली के दर पे आते रहे गे
मन की मुरादे पाते रहे गे
ममता मई के दर्शन करेगे
श्रदा के फूलो से पूजन करेगे
आंबे भवानी का दर्शन करुगी लाल चुनरियाँ अर्पण करुगी
दया कर आंबे विनती करेगे
मन की मुरादे पाते रहे गे
पिंडी रानी माता भगतो की सुनती
खाली है जिनकी झोली खुशियों से भरती
जननी जगत की माता माँ मेहरावाली
भला करेगी सबका माँ पहाडा वाली
भगती के दीपक जलाती रहू गी
मन की मुरादे पाते रहे गे