देखो हमरी शेरावाली मैया बड़ी सुंदरी,
वो तो शेर चढ़ आवे हमारी नगरी....
मैं तो गंगा और यमुना से जल लाई,
तेरे चरण भुलाऊं मैया भर गगरी,
देखो हमरी शेरावाली मैया बड़ी सुंदरी,
वो तो शेर चढ़ आवे हमारी नगरी....
मैं तो चंपा चमेली के फूल लाई,
भैया हार पहनाऊ मैं लर तिलरी,
देखो हमरी शेरावाली मैया बड़ी सुंदरी,
वो तो शेर चढ़ आवे हमारी नगरी....
मैं तो लॉग इलायची के वीणा लाई,
मैं तो तुम्हें चढ़ाऊ सग मैं पान सुपारी,
देखो हमरी शेरावाली मैया बड़ी सुंदरी,
वो तो शेर चढ़ आवे हमारी नगरी....
मैं तो हलवा पूड़ी और सब्जी लाई,
तेरा भोग लगाऊ मैं भर थाली,
देखो हमरी शेरावाली मैया बड़ी सुंदरी,
वो तो शेर चढ़ आवे हमारी नगरी....
मैं तो ढोलक मजीरा चिंमटा लाई,
तेरे भजन सुनाऊ बजाए ताली,
देखो हमरी शेरावाली मैया बड़ी सुंदरी,
वो तो शेर चढ़ आवे हमारी नगरी....