तन तो बैठा तेरे द्वारे मन रसिया चोबारे,
गुरु जी कुण्डी पाओ गुरु जी मन समजाओ,
तन तो बैठा तेरे द्वारे मन रसिया चोबारे,
विशीया आदि अब तो गुरु जी मेनू बचाओ
मैं भटक गया है सीधे रस्ते पाओ
गुरु जी कुण्डी पाओ गुरु जी मन समजाओ,
डीगिया नु उठानदे हो गुरु जी मेनू उठाओ
मेरी डूब दी वेहडी नु गुरु जी बने लाओ
गुरु जी कुण्डी पाओ गुरु जी मन समजाओ,
तेरे दर दा मैं मंगता गुरु जी खैर पाओ
दुखा दी धुप हटाओ सुखा दा मीह बरसाओ
गुरु जी कुण्डी पाओ गुरु जी मन समजाओ,
मेरी प्रेम दी पूंजी नु गुरु जी होर वधाओं
मैं दास तुहाडा हां गुरु जी चरनी लाओ
गुरु जी कुण्डी पाओ गुरु जी मन समजाओ,