श्याम पधारे हैं हमारे घर श्याम पधारे हैं
ख़ुशी जहाँ की मिली आज तो जागे भाग हमारे है
श्याम पधारे हैं..................
लीले पे चढ़के भक्तों के घर आये
मुरझाये मन की बगिया के फूल सभी हर्षाये
जग के रखवारे हैं हमारे घर श्याम पधारे हैं
श्याम पधारे हैं ................
बंद किस्मत का करे फैसला मोरछड़ी लेहरके
ना मानो तो एक बार देखो खाटू नगरी जाके
हारे के सहारे हैं हमारे घर श्याम पधारे हैं
श्याम पधारे हैं ................
मेरा मन ऐसे नाचे ज्यूँ मोर नाचता वन में
लखदातार ख़ुशी बरसाए भक्तों के आँगन में
गूंजे जैकारे है हमारे घर श्याम पधारे हैं
श्याम पधारे हैं ................
आज जगी तक़दीर हमारी संकट मिट गए सारे
चाकर किशन चाकरी करके हो जाए वारे न्यारे
सब जानन हारे हैं हमारे घर श्याम पधारे हैं
श्याम पधारे हैं ................