तर्ज - में ना भूलूंगा ....
हार नही होगी , हार नही होगी,
हार नही होगी , हार नही होगी
बाबोसा मेरे दिल की प्रार्थना ,
बेकार नही होगी हार नही होगी....
दुखो का पहरा है गमो ने घेरा है
बाबोसा एक तेरा मुझे सहारा है ।
आ जाओ में तुजको पुकारूँ , तू जल्दी आ जा
तेरे सिवा इस जग की मुझको , दरकार नही होगी
हार नही होगी....
तेरे ही साये में उमर कट जाये मेरी
में अंतिम सांस तक करू बंदगी तेरी
मेरी इस जीवन नैया का , तू माझी बन जा
तेरे बिना ये भवसागर से , पार नही होगी
हार नही होगी....
✍️ रचनाकार ✍️
दिलीप सिंह सिसोदिया
❤️ दिलबर ❤️
नागदा जक्शन म.प्र .