गणपति गण के साथ में आओ मेरे दरबार,
नमन करूँ तुझे प्रेम से शत-शत बारम्बार,
गं गणपतये नमो नमः सिद्धि विनायक नमो नमः,
अष्ट विनायक नमो नमः करता रहूँ मैं ध्यान,
एक दंत गज वदन मनोहर शोभा तेरी न्यारी ,
सबके संकट को काट है शिव शंकर वर दायी,
लम्बोदर भगवान को आओ मनावें आज,
नमन करूँ तुझे प्रेम से शत - शत बारम्बार,
भादव चौथ की तेरी पूजा करती दुनियां सारी,
सबसे पहले हर पूजन में होती पूजा तुम्हारी,
पहले पूजा होने का है मिला तुझे अधिकार,
नमन करूँ तुझे प्रेम से शत - शत बारम्बार,
पान सुपारी अक्षत चंदन औऱ चढाऊँ हार,
मोदक तेरे मन को भावे ओ गौरी के लाल,
रघुवीर लिखते भक्ति भाव से के विनती स्वीकार,
नमन करूँ तुझे प्रेम से शत - शत बारम्बार,
गणपति गण के साथ में आओ मेरे दरबार
नमन करूँ तुझे प्रेम से शत शत बारम्बार,
लेखक-रघुवीर पाण्डेय
मोo-9555897799