महीनो फागण को रंगीलो बाबो श्याम बुलावे रे
फागुन का मेला के माई भीड़ पड़ी है भारी जी
बच्चा बुढा सगळा आवे श्याम का दर्शन पावे जी
रंग गुलाल उडावे रे सगला चंग बजावे रे
महीनो फागण को रंगीलो बाबो श्याम बुलावे रे
ढोल और चकरी झुला लागेया जगह जगह भंडारा जी
हाथ में लेनी शान श्याम का रज रज दर्शन पावे जी
सारा रस्ता भगत नाचता गाता आवे जी
महीनो फागण को रंगीलो बाबो श्याम बुलावे रे
निशा मंत्री भजन सुनावे बाबा ने रिजावे जी
बाबा श्याम की किरपा एसी सेजा मौज मनावे जी
किरपा एसी मा पे कर थारा दर्शन पाउ रे
महीनो फागण को रंगीलो बाबो श्याम बुलावे रे