वारी जावा वारी जावा सांवरी सुरतियाँ पे वारी जावा,
ऐसा शृंगार तेरा किसने सजाया है,
देख देख भगतो का मन हरषाया है,
वारी जावा वारी जावा सांवरी सुरतियाँ पे वारी जावा,
सांवला सा मुखड़ा तेरा नैन कजरा रे,
तिर्शी निगाहो के तू तीर ऐसे मारे,
वारी जावा वारी जावा संवरी सुरतियाँ पे वारी जावा,
ऐसा शृंगार तेरा इसने सजाया है,
देख देख भगतो का मन हरषाया है,
वारी जावा वारी जावा सांवरी सुरतियाँ पे वारी जावा,
दुल्हन सी लागे तेरी खाटू नगरियां,
नील पे बैठा दूल्हा बन के सांवरियां,
वारी जावा वारी जावा सांवरी सुरतियाँ पे वारी जावा,
ऐसा शृंगार तेरा इसने सजाया है,
देख देख भगतो का मन हरषाया है,
वारी जावा वारी जावा सांवरी सुरतियाँ पे वारी जावा,
फूलो के हार सोहे हर्ष क्या निखार है,
किस ने सजाया तुम को मेरे सरकार है,
वारी जावा वारी जावा बाबा उन हाथो पे वारी जमा,
ऐसा शृंगार तेरा इसने सजाया है,
देख देख भगतो का मन हरषाया है,
वारी जावा वारी जावा सांवरी सुरतियाँ पे वारी जावा,