नच रह है डमरू की ताल पे
शिव शंभु जैसे नए साल पे
हर हर महादेव लोगो की जुबां पे
नशा ऐसा छाया है
महादेव की ये ये माया है
आज भोले का दिन ये आया है
भगतो ने फेर से मचाया है
भोले का सुरूर ये छाया है
फेर से सावन ये आया है
खोफ फेला दो नाम का
भोले के मेरे नाम का
शिव शंभु के जाम का ये भोले के ये शाम का
नाच रहे हैं भोले की बीट पे
चलता गाना फुल रिपीट पे
आंधी तूफ़ान से न डरते भोले का नाम लिया करते है
भूतकाल को बुल जा वर्तमन अभी बाकि है
महादेव की लेहर है तूफ़ान अभी बाकी है
भोले मेरे भोले मेरे भोले भंडारी
शिव की शक्ति शिव की भक्ति जैसे मेरा काम है है
हर हर महादेव है भोले उसका नाम है
भोले के ये दरबार है भोले ये पालन हार है
साजा दे ये माफ़ी दे भोले की ये सरकार है
पीता हू मैं भाँग रगद के भोले तेरे नाम से
चलती है ये दुनीया सारी तेरे ही ये काम से
काम मेरे महाकाल के नाम मेरे महाकाल के
बैठा हू सुबह शाम से तेरे ही ये नाम से
भोले मेरे भोले मेरे भोले भंडारी.......