रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन
हो हाथो में हरदम हाथ पिया मन भावन का
रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन
हे शिव शंकर हे भोलेदानी
मांगू मै ये वरदान सदा सुहागन का
रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन
तीज का व्रत उपवास किया है
सजना के नाम का श्रृंगार किया है
दमके मांग में सिंदूर प्रीतम के अभिमान का
हे शिव शंकर हे भोलेदानी
मांगू मै ये वरदान सदा सुहागन का
रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन
प्रेम रंग रंगायो मैंने मन की चुनरिया
मेरी तो जान है मेरा सांवरिया
कभी छुटे ना साथ पिया के दामन का
हे शिव शंकर हे भोलेदानी
मांगू मै ये वरदान सदा सुहागन का
रहे जनम जनम का साथ मेरे साजन