मैं हर जन्म तेरी बेहना बनु तू हर जन्म मेरा बहियाँ बने,
इक जन्म क्या सातो जन्म तेरा ही छाया सिर पे रहे,
रिश्ते नाते बहुत है जग में कोई न रिश्ता ऐसा,
भाई बहिन का प्यार है पावन गंगा जल के जैसा,
मैं उस घर की करू हिफ़ायत तू जिस घर का गेहना बने,
मैं हर जन्म तेरी बेहना बनु तू हर जन्म मेरा बहियाँ बने,
देश रहे पर प्रदेश रहे हम बदले गे न इरादे,
राखी के धागो में छुपे है प्यार भरे कुछ वादे,
बुरी नजर कोई छू न पाए तू मेरा लाज रखईयाँ बने,
मैं हर जन्म तेरी बेहना बनु तू हर जन्म मेरा बहियाँ बने,