श्याम से राधा कह रही,
नेक मेहंदी लगाए दे साँवरिया,
मेहंदी की तू रंग चढ़ाये दे रे,
मेरे मन की चाह मिटाये दे,
नखरारी होरी आयी गयी रे,
नेक मेहंदी लगाए दे साँवरिया,
मेहंदी के रंग में रंग जाओ,
बीच हथेली श्याम लिखाऊ,
मन में ऐसी है रही,
नेक मेहंदी लगाए दे साँवरिया,
श्याम से राधा कह रही,
नेक मेहंदी लगाए दे साँवरिया,
होरी को दिन आये गया है,
मन मेरो ललचाये रहयो है,
लाल गुलाबी है रही मैं,
नेक मेहंदी चढ़ाई दे साँवरिया,