कर्म है मुज्पे श्याम तेरा ही तेरे नाम की जिंदगानी है
श्याम तेरी मेहरबानी है,
प्यार मिला तेरा संसार मिल गये,
उजड़ी भगिया का ये फूल खिल गया ,
मेरी भागीय का तू ही मालिक तूने बदली ये जिंदगानी है,
श्याम तेरी मेहरबानी है...
जब से तूने मेरा है दामन सम्बला,
छटे गम के बादल और मिल गया उजाला
तेरी रहमत है इस कदर मुजपे तेरे कारण ही जिंदगानी है
श्याम तेरी मेहरबानी है......
मैंने किया जो खुद को तेरे हवाले,
चिंता करू क्यों जो तू है सम्बले,
किया रोशन है तूने यह जीवन तेरी करुणा की सब कहानी है,
श्याम तेरी मेहरबानी है.....