( राम राम जो करे, राम से मिल जाता l
राम ही सबका पालणहारी, राम ही सब के दाता ll )
राम राम बोल बंदे, वेला मुड़ नहीं आना l
बीत रही है ज़िंदगी, हाथ कुछ नहीं आना ll
राम राम बोल बंदे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
बचपन तेरा बीत गया, अब जवानी आई रे l
भज ले राम का नाम पगले, क्यों तू देर लगाई रे ll
आगे बुढ़ापा आना, फिर काहे पछताना,,,
राम राम बोल बंदे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
राम के तेरे रिश्ते नाते, सब यहीं रह जाएँगे l
शुभ कर्मों के लेखे जोख़े, बस तेरे काम आएंगे ll
राम का नाम ध्याउना, फिर काहे पछताना,,,
राम राम बोल बंदे,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल