पावन परम पुनीता,
भजो रे मन श्री राम सीता,
पावन परम पुनीता,
भजो रे मन श्री राम सीता,
श्री राम सीता, श्री राम सीता,
पावन परम पुनीता,
भजो रे मन श्री राम सीता॥
चित्रकूट की महिमा न्यारी,
बास किए जहाँ अवधबिहारी,
समय सुखों में बीता,
भजो रे मन श्री राम सीता,
पावन परम पुनीता,
भजो रे मन श्री राम सीता॥
तुलसी वाल्मीकि गुन आगर,
राम नाम की भर ली गागर,
भर रे घट तू रीता,
भजो रे मन श्री राम सीता,
पावन परम पुनीता,
भजो रे मन श्री राम सीता॥
राम नाम हृदय में धारो,
अपनो जीवन सफल सुधारों,
राम नाम मन जीता,
भजो रे मन श्री राम सीता,
पावन परम पुनीता,
भजो रे मन श्री राम सीता॥