हारा मैं जब जब साथ निभाया हर मुश्किल में दोडा चला आया,
खाटू जाऊ तेरी हर ग्यारस पर शुकरीयाँ मेरे श्याम
मेरे खाटू वाले ओ मेरे बाबा श्याम,
जब भी प्रेमी तेरा भटक गया था,
मुशकील में वो अटक गया था,
तूने दिखाई उसे राह ओ बाबा मेरे लीले वाले श्याम
मेरे खाटू वाले ओ मेरे बाबा श्याम,
जो भी शरण तेरी हार के आता,
खाली झोली भर ले जाता,
साथ तू उसके चल पड़ता है खाटू वाले
मुरले वाले श्याम मेरे खाटू वाले
प्रेमी जब तेरे दर पे भोग लगाता
मुसीबत सब की दूर भगा ता,
कष्टों को उस के हर लेता है खाटू वाले
प्रेमियों के बाबा श्याम मेरे खाटू वाले
मेरे खाटू वाले ओ मेरे बाबा श्याम,
हिमांसु को तूने इतना दिया है,
परिवार में अपने जोड़ लिया है,
दूर न करना उसे चरनो से बाबा मेरे मुरली वाले श्याम
मेरे खाटू वाले ओ मेरे बाबा श्याम,