भजना सूं लागे मीरा मीठी,
मेवाड़ी रे राणा जी,
भजना सूं लागे मीरा मीठी
का तो मीरा तेरा रमईयो बता दे,
नी तो बता रे सारी झूठ
मेवाड़ी रे राणा जी भजना सूं लागे मीरा मीठी
म्हारो तो रमियो रे घट घट बसे,
थारी हिये री क्यों फूटि मेवाड़ी रे राणा जी,
भजना सूं लागे मीरा मीठी....
म्हारो तो रमियो रे सिर के रो सेवरो,
तू तो कर री अँगूठी मेवाड़ी रे राणा जी,
भजना सूं लागे मीरा मीठी....
संकड़ी गली मैं राणा जी मिलियो,
मीरा फिर गी अपूठी मेवाड़ी रे राणा जी,
भजना सूं लागे मीरा मीठी....
कह मीरा बाई प्रभु गिरधर नागर,
हर चरणा की दासी मेवाड़ी रे राणा जी,
भजना सूं लागे मीरा मीठी.....