मेरे सांवरिया गिरधारी,मैंने कर ली सब तैयारी
खाटू आने की.....खाटू आने की...
सबसे पहले मैंने बाबा एक निशान सिमाया
जिसके ऊपर मैंने बाबा,जय श्री श्याम लिखाया
तुमने अर्जी है स्वीकारी,मैंने कर ली सब तैयारी
खाटू आने....….
दूजे नंबर मैंने बाबा,तेरा भोग बनाया
देसी घी का चूरमा,मैंने ,हाथो से कुट्वाया
भोग लगाए तू बनवारी_ मैंने कर ली सब तैयारी
खाटू आने.....
रंग गुलाल की खेलू होली,बनके मै बावरिया
यही तमन्ना रंग जाऊं मै,तेरे रंग सांवरिया
लेके रंग भरी पिचकारी_ मैंने कर ली सब तैयारी
खाटू आने की...
लेखक - भूमिका अग्रवाल (रायपुर)
संगीत - मंगल रत्नेश
गायक - प्रतोष शर्मा "फ़कीरा 9368215441