उठ नित सुबह जप शिव नाम
निर्मल मन के साथ चाहे कहो गंगाधर
चाहे कहो शिव शंकर
है भोले नाथ हर दम साथ क्या जाने हो दर्शन फिर कही
उठ नित सुबह जप शिव नाम
भोले की जिस पे होती किरपा उसके दुःख वो देते मिटा
शिव के द्वारे मिलते सहारे पाते नइ जिन्दगी
है भोले नाथ हर दम साथ क्या जाने हो दर्शन तेरे कही
उठ नित सुबह जप शिव नाम
भगती में रंग लो तन मन करलो सफल अपना जीवन
जब भी पुकारो मन से प्रभु को पाओ गे पास वही
है भोले नाथ हर दम साथ क्या जाने हो दर्शन तेरे कही
उठ नित सुबह जप शिव नाम
दुष्टों के आगे ढाल है वो
कालो के महाकाल है वो
जो भी इनकी कर लेता भगती उसका हो कल्याल
है भोले नाथ हर दम साथ क्या जाने हो दर्शन तेरे कही
उठ नित सुबह जप शिव नाम