धुन- पिंजरे वाली मुनिया
गौरां को lll व्याहने, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी ll
भोला भंडारी, मेरा भोला भंडारी l
बैले पे lll चढ़ के, आए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी l
गौरां को व्याहने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हँस चढ़े ब्रह्मा जी आए l
गरुड़ चढ़े विष्णु जी आए l
कृष्ण भी lll बंसी, बजाई गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी l
गौरां को व्याहने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
नौं करोड़ जो गणियाँ आई l
शक्ति पीठों से देवियाँ आई l
सिंघे पे lll दुर्गा, आई गई रे,
मेरा भोला भंडारी l
गौरां को व्याहने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
मँगल शनि चँदा सूरज भी आए l
अपनी अपनी देवीयों को लाए l
अरे 'भूत lll प्रेत, नचाए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी l
गौरां को व्याहने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
हाथी शेर गरजते आए l
शिव शँकर के मन को भाए l
अरे 'सब को lll मस्त, बनाए गयिओ रे,
मेरा भोला भंडारी l
गौरां को व्याहने,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल