हो हमारे श्याम ऐसे करम 
तेरा ही बनु लूँ जब जनम 
चाहे खुशियां मिले चाहे ग़म 
होगी चाहत कभी ना ये काम 
हो हमारे श्याम ऐसे करम .............
मिलती रहे तेरी मुझे कृपा की यूँ छाँव रे 
बंधन कभी टूटे नहीं हम दोनों का ओ सांवरे
देखते देखते सांवरे बांध गए प्यार की डोर से तेरे हम 
हो हमारे श्याम ऐसे करम ..............
तुमसे जुडी ये ज़िन्दगी तुमसे ही दुनिया मेरी 
जो कुछ मेरा सब है तेरा तुझमे ही खुशिया मेरी 
तूने एहसान कितने किये सांवरे सोच हो जाती है आँखें नम
हो हमारे श्याम ऐसे करम ..............
सेवा तेरी मंज़िल मेरी तू ही मेरी आराधना 
मुझको मिली तेरी नौकरी हो गई पूरी कामना 
चाकरी तेरी कुंदन की ओ सांवरे बन गयी है ये पहला धरम 
हो हमारे श्याम ऐसे करम ..........