बाबा तेरा द्वार टूटी नाव का किनारा है,
तू हारे का सहारा है,
पापी बड़ा हु मैं गुमसुम खड़ा हु मैं तेरे दरबार में,
तेरे सिवा बाबा कोई नहीं मेरा भरे संसार में,
हु निर्बल लाचार मैंने आप को पुकारा है,
तू हारे का सहारा है,
बाबा के हाथो में कश्ती सौंपी जिसने वो भव से पार है,
ये तो सबने माना तेरी दया का दीवाना ये कुल संसार है,
तू है लाख दातार तू लुटाता भंडारा है तू हारे का सहारा है,
बाबा तेरा द्वार टूटी नाव का किनारा है,
दिल रात है जाएगी आँखों को है लागि लगन तेरे दर्शन की,
तू दिल में बस जाए तू दूर हो जाये कमी मेरे जीवन की,
कहता सूंदर लाल हम तेरे तू हमरा है,तू हारे का सहारा है
बाबा तेरा द्वार टूटी नाव का किनारा है,