संवारा पल में मान जाता है,
सुन के पुकार आता है,
हम बे खबर है इनको खबर है,
अपने भगत पे इनकी नजर है,
प्रेमी से प्रेम ये बडाता है,
संवारा पल में मान........
हारे का ये ही साथी बना है,
बुजते दीये की बाती बना है,
भाव से इनको जो रिजाता है,
संवारा पल में मान जाता है
किस्मत से ज्यादा हमको दिया है,
कैसे बताओ क्या न किया है,
श्याम ने जोड़ा तुमसे नाता है,
संवारा पल में मान जाता है