श्याम जी का बर्थडे कमींग सून हुआ रे
धूम मची खाटू में धमाल हुआ रे
जगमग सितारे और मून हुआ रे
धूम मची खाटू में धमाल हुआ रे
माथे मुकुट और कानो में कुण्डल गले बैजंती माला धरे
केक मलाई भोग लगाएं कितना रूप निराला लगे
खुश होके सांवरा निहाल हुआ रे
धूम मची खाटू में धमाल हुआ रे
जन्नत जैसी खाटू की नगरी फूलों सा बरसाना लगे
सारे मानते जन्मो का उत्सव कान्हा का दिल दीवाना लगे
झूम झूम भवरा बेहाल हुआ रे
धूम मची खाटू में धमाल हुआ रे
आज ख़ुशी की घड़ियाँ हैं आयी देखो बधाई गाते सभी
मोरनी नाचै पंख फैलाये मस्त बदरिया छाने लगी
चरणों में संजीव निहाल हुआ रे
धूम मची खाटू में धमाल हुआ रे