तेरे दर का माँ अजब नज़ारा है,
जिसको लागी लगन उसको मिल गई शरण,
भगये सबकी का तुमने सवारा है,
तेरे दर का माँ अजब नज़ारा है
नंगे नंगे पाँव तेरे दर पे जो आते है,
खाली झोली लाने वाले झोली भर ले जाते है,
जिसको लागी लगन उसको मिल गई शरण,
भाग्ये तूने सभी का सवारा है,
तेरे दर का माँ अजब नज़ारा है
कोई मजबूर कोई ख़ुशी ख़ुशी आया है,
तूने अपना प्यार मैया सभी पर लुटाया है,
जिसको लागी लगन उसको मिल गई शरण,
भाग्ये तूने सभी का सवारा है,
तेरे दर का माँ अजब नज़ारा है
महिमा महान तेरी मैया शेरावालिये,
दास बलजीत कहे और क्या है दातिए,
जिसको लागी लगन उसको मिल गई शरण,
भाग्ये तूने सभी का सवारा है,
तेरे दर का माँ अजब नज़ारा है