आ गई रे देखो माँ काली आ गई रे,
छा गई रे छा गई रे देखो खुशाली छा गई रे,
आ गई रे देखो माँ काली आ गई रे,
विश्न भुजाये लम्बी जटाये,
आँखों में जवाला दिखा रही रे,
देखो माँ काली आ रही रे,
आ गई रे देखो माँ काली आ गई रे,
हाथो में लेके मुंडो की माला भर भर के खपर रुदीर की डाला,
भला तिरशूल चला रही रे,
आ गई रे देखो माँ काली आ गई रे,
काली काली अमावस में आये,
ललित सुमित तेरी महिमा गाये,
भक्तो के मन को भा रही रे,
देखो माँ काली आ रही रे,
आ गई रे देखो माँ काली आ गई रे,