झुला झूल रही सब सखिया आई हरयाली तीज आज,
राधा संग में झुले कान्हा झूमे अब तो सारा भाग,
नैनं भर के रस का प्याला देखे श्यामा को नदं लाला,
घन बरसे उमड़ उमड़ के देखो नित करे ब्रिज बाला,
छमछम करती ये पायलियाँ खोले मन के सारे राज,
झुला झूल रही सब सखिया आई हरयाली तीज आज,
सावन की आई बहार टप टप बरसे रे बोहार,
कोयल कुक उठी है कु कु गाये पपीहा मल्हार,
गाये राधा कृष्ण संग संग में गुने बंसी की आवाज,
झुला झूल रही सब सखिया आई हरयाली तीज आज,