आयो मेलो बाबा को मैं खाटू नगरी जावांगा,
मन में लाडू फुट रह्या है श्याम का दर्शन पावांगा,
आयों मेलो बाबा को.....
रूप सलोनो श्याम धणी को,
बहुत ही प्यारो लागे है,
श्याम दरश की प्यासी अखियां,
इनकी प्यास बुझावाँगा,
आयों मेलो बाबा को...
श्याम धणी के मंदिर माहि,
बाबा की जयकार करा,
श्याम कुंड में जाकर मैं तो,
डुबकी खूब लगावांगा
आयों मेलो बाबा को.....
भीड़ मोकळी होवण लागि,
अब तो खाटू नगरी में,
टाबरिया की पकड़ आंगली,
मेले माई घुमवाँगा,
आयों मेलो बाबा को.....
बिन्नू याद सतावे उनकी,
जो बाबा का प्रेमी है,
खाटू माहि सब मिल जावा,
बाबा से मिलकर आवाँगा,
आयों मेलो बाबा को........