बोलो बाबा खाटु श्याम की…..जय....
श्याम श्याम श्याम श्याम मेरे श्याम,
दरबार तेरा सच्चा जाने है बच्चा बच्चा,
कभी हमपे भी तरस खा ले,
दरबार मे बुलाले मेरे श्याम खाटु वाले,
सांवरिया खाटु वाले…..
हा माना आशिकी हमसे निभाना है जरा मुस्किल,
तू राजाओ का महाराजा नही हम तो तेरे काबिल,
फिर भी तू आजमाले….श्याम श्याम मेरे श्याम,
फिर भी तू आजमाले ज़िद करदी तेरे हवाले,
मेरे श्याम मेरे श्याम… सांवरिया खाटु वाले,
मेरे बाबा खाटु वाले…..
सुना है ए मेरे बाबा तू हारे का सहारा है,
अधरो के समुंदर में उजाले का इशारा है,
मेरी नईया तेरे हवाले….श्याम श्याम मेरे श्याम,
मेरी नईया तेरे हवाले किनारे लगे अब भवर दुबाले,
मेरे श्याम मेरे श्याम…. मेरे बाबा खाटु वाले,
सांवरिया खाटु वाले….