हे कारी घर कतरार रचाओ अद्भुत संसार
रिमोट म्हारो थारे हाथ मे
मर्जी बिना तेरी पतो न हाले
तेरे इशारे पे दुनिया चाले,
तेरो जब तक तन में वास
तभी तक आवे जावे सांस
रिमोट म्हारो थारे हाथ मे
मैं हां खिलौना तू है खिलाड़ी तेरी किरपा से ही चाले है गाडी
कोई लाख लगा लो जोर जुड़े न टूटी जीवन डोर
रिमोट म्हारो थारे हाथ मे
गईआ तू चाहवे बहिया न चाहवे
खेल तेरा कोई समज न पावे
तू ही निरा कार साकार
तेरो तो कण कण पर अधिकार
रिमोट म्हारो थारे हाथ मे
हे जग रचिया हे जग चलईया तू ही बनाईया तू ही मिटाईया
बिनु को यो अनुरोद के म्हाने रहे हमेशा बोद,
रिमोट म्हारो थारे हाथ मे