जिसकी ऊँगली पे चलता, संसार यें सारा हैं,
कोई जन्नत से वो कम नहीं, मेरे श्याम का एक
द्वारा है,
मुझको यें बाबा प्यारा लगे, अर्पण मैं कर दूँ यें जिंदगी,
जी चाहें तेरे दर पे रहूँ, मिल हीं गयीं यहाँ सारी खुशी,
सब का यें साथ निभाये, हारे का सहारा हैं,
कोई जन्नत से वो कम नहीं...
तू ही मेरे जीवन का आधार, तू हीं तो पालनहारा हैं,
तेरे हीं दम से जिया बाबा, तूने हीं मुझको सँवारा है,
सबके हीं मन को भायें, ऐसा श्याम हमारा हैं,
कोई जन्नत से वो कम नहीं...
अहलावती का लाल यें, करता हमेशा चमत्कार हैं,
पल-भर में जो सब दुःख हर ले, कलयुग का यें वो अवतार हैं,
मोहित भी तुमको चाहें, तू इतना प्यारा हैं,
कोई जन्नत से वो कम नहीं...
तर्ज:- (जिसे देख मेरा दिल धड़का)