मेहंदीपुर की नगरी में बाला जी का ठिकाना है,
दिन रात खुशियों का याहा बट ता खजाना है
मेहंदीपुर की नगरी में बाला जी का ठिकाना है,
याहा पुरी जीवन की हर आस होती है ,
होती नही पल दो पल दिन रात होती है,
बात नही दुनिया की तीनो लोको ने माना है
मेहंदीपुर की नगरी में बाला जी का ठिकाना है,
आती याहा दुनिया है दुखड़े सुनाने को
बाला जी बैठे है हम अपना बनाने को
दुखो में जो राहत दे यही अंगना सुहाना है
मेहंदीपुर की नगरी में बाला जी का ठिकाना है,
मेहंदीपुर में सब को ही इंसाफ मिलता है
याहा फल कर्मो का हाथो हाथ मिलता है
बाला जी आगे ना कोई चलता बहाना है
मेहंदीपुर की नगरी में बाला जी का ठिकाना है,