झोलियाँ भर ओ खाटू वाले तेरे दर से ना जायेगे खाली
तेरे सिर पे मुकट सज रहा है जो की कृष्ण ने तुम को दिया है,
करदो करदो मेहर खाटू वाले तेरे दर से ना जायेगे खाली
झोलियाँ भर ओ खाटू वाले तेरे दर से ना जायेगे खाली
तेरे अंगो पे वस्त्र सज रहा है राधा रानी ने तुम को दिया है,
करदो करदो मेहर खाटू वाले तेरे दर से ना जायेगे खाली
तेरा सोल्हा शिंगार सज रहा है तेरी जननी ने तुझको दिया है,
करदो करदो मेहर खाटू वाले तेरे दर से ना जायेगे खाली