करदो री सखी मेरा शृंगार बनु मैं सजनी सँवारे की,
अपने गहनों पर लिख वाउ श्याम नाम,
करदो री सखी मेरा शृंगार बनु मैं सजनी सँवारे की,
तीखा बेटा नन्द यशोदा नाथ पे नाग नथिया,
कुण्डल कर मेरा कृष्ण कन्हियान नटवर नैन चुराइयाँ,
गले के हरवा पे हारे का सहारा श्याम बनु मैं सजनी सँवारे की,
करदो री सखी मेरा शृंगार बनु मैं सजनी सँवारे की,
बाजू बंधन पर ब्रिज का छेला बंसी धर कहलावे,
चूड़ी पर चिंचोर बिहारी चीर चुरा ले जावे,
मेरी मुंदरी पर मोहन का माह रास बनु मैं सजनी सँवारे की,
करदो री सखी मेरा शृंगार बनु मैं सजनी सँवारे की,
तीन बाण धरी तगड़ी पर लिख दे री वेहणारी,
छन छन छनन पायलिया पर प्राण नाथ वारि,
मेरी सांसो में वासा है बाबा श्याम बनु मैं सजनी सँवारे की,
करदो री सखी मेरा शृंगार बनु मैं सजनी सँवारे की,