ये ज़िन्दगी मेरी मेरे बाबा, तेरी कृपा से ही चल रही है
तेरी कृपा बिन नहीं मैं कुछ भी
तेरी दया से संभाल रही है
ये ज़िन्दगी.....
(१)
ग़मो में उलझी ,थी जिंदगानी हुई तुम्हारी ,जो मेहरबानी
पड़ी नजर जो, तुम्हारी मुझ पर, मेरी ये किस्मत संवर रही है
ये जिंदगी मेरी...
२)
मैं टूट कर यू, बिखर गया था उम्मीद कोई बची नहीं थी
मेरी खुशी आई मेरे हक में , ये मुझपे तेरी मेहर रही है
ये जिंदगी….
(३)
दिखाया जब आईना समय ने, करीब तुझ को ही पाया मैने
फिराया जब तूने हाथ सर पे, vishi की काया निखर रही है
ये जिंदगी मेरी मेरे बाबा
ये ज़िन्दगी मेरी मेरे बाबा..
गायक - भविष्य सीकरी
लेखक - विशी अरोड़ा