लग गईया चंडी माँ दे नाल प्रीता लग गईया,
लग गई आ लग गई आ लग गई आ
लग गईया चंडी माँ दे नाल प्रीता लग गईया,
जदों दी प्रीत ओहदे नाल लाई अंग संग रेहती महामाई,
रंग गई आ चंडी माँ दे ना विच मैं ता रंग गई
लग गईया चंडी माँ दे नाल प्रीता लग गईया,
मैया चंडी रानिये मैं रुल गई सा
तेरा पल्ला फड के मैं ता तर गई हां
किरपा दाती ऐसी किती खुशिया दे नाल जिन्दगी भर्ती
हो गई या सब मनता मेरिय पुरिया हो गई आ
लग गईया चंडी माँ दे नाल प्रीता लग गईया,
तेरा की मैं दातिये मैं शुकर करा
जदों दा माँ नु मनेया जरा न फिकर करा
चंडी धाम है ॐ शक्ति कुंडल तू भी कर लै भगती,
जग गई आ चंडी नाम दिया ज्योता घर घर जग गई आ
लग गईया चंडी माँ दे नाल प्रीता लग गईया,