धड़कन हैं वतन की ये हैं वतन की चहेतियाँ
आसमां मुट्ठी में कर लें भारत की ये बेटियां
बेटियां ये बेटियां .....ये भारत की हैं बेटियां
दिव्या रूपा शक्ति स्वरूपा जग में ये अनूपा
इनका सानी नहीं मिलेगा ये हैं शतरूपा
धरती गगन ये जीतें बाधाओं से भिड़ जाएँ
इनके इरादे फौलादी कभी ना डगमगाए
धड़कन है वतन की ..................
ये भारत की बेटियां जिस डगर पे डट जाएँ
पर्वत भी चूर चूर हो राहों से हट जाएँ
हर मंज़िल हर मुकाम पे विजय पताका फेहराएँ
दुनिया माने लोहा दुश्मन इनसे घबराएं
धड़कन है वतन की ..................
ये पूजा ये मन्नत ये आयत ये कलाम है
जिस आँगन में ये खेलें वो तो चारों धाम है
इनके जज़्बे हौंसलों को दिल से सलाम है
ये हिन्द की शान हैं भारत इनसे ललाम है
धड़कन है वतन की ..................