मेरे दादाजी ने खंडवा में धुनी रमायी रे
धुनी रमायी रे अखंड ज्योत जलई रे
देखो पैदल चल के आये रे देखो धुनी रमायी रे
जहाँ धुनी रमायी रे अखंड ज्योत जलई रे
मेरे दादाजी ने खंडवा में धुनी रमायी रे
देखो निशान लेके आये रे जहाँ धुनी रमायी रे
जहाँ धुनी रमायी रे अखंड ज्योत जलई रे
मेरे दादाजी ने खंडवा में धुनी रमायी रे
गुरु पूनम मेला लागे रे जहाँ धुनी रमायी रे
जहाँ धुनी रमायी रे अखंड ज्योत जलई रे
मेरे दादाजी ने खंडवा में धुनी रमायी रे
भक्त करते है भंडारे रे जहाँ धुनी रमायी रे
जहाँ धुनी रमायी रे अखंड ज्योत जलई रे
मेरे दादाजी ने खंडवा में धुनी रमायी रे