तेरे चरणों का आसरा चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ, तेरी दया चाहता हूँ, तेरी दया चाहता हूँ
तू सबका दाता मैं तेरा भिखारी,
तू ठाकुर है मेरा, मैं तेरा शिकारी...-2
तेरे नाम की...आस मुझ को है भारी
मैं तेरा हूँ……..
मगर मैं तो हूँ पापहारी,
शरण में ले ले मुझको बांके बिहारी...-2
तेरे चरणों में...बैठना चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ………..
था जो रंग शीशे पर तूने चढ़ाया,
वो मेरा प्रभु है, जो मुझ में समाया...-2
मैं उसी प्यार में... डूबना चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ……….
मैं तेरे दर का एक छोटा सा पुजारी,
दर पे बुला ले मुझे मेरे गिरधारी...– 2
मैं तेरे दर पे... रहना चाहता हूँ
मैं तेरा हूँ, तेरी दया चाहता हूँ, तेरी दया चाहता हूँ....
तेरे चरणों का आसरा चाहता हूँ...