आज ख़ुशी से झूम रहा दिल,
ना जाने क्या बात,
कीर्तन की रात है,
बाबा का साथ है.....-2
भैरुँ जी बाबा का खूब सजा दरबार है,
भैरुँ जी बाबा का खूब सजा दरबार है,
हर कोने में गूँज रही,
मीठी मीठी जयकार हैं,
ऐसा लगता प्रगट हो रही,
ऐसा लगता प्रगट हो रही,
फूलों की बरसात है,
कीर्तन की रात है,
बाबा का साथ है....
जाने कैसा जादू है,
इस बाबा के दरबार में,
झूम झूम के नाँच रहे,
सेवक सारे दरबार में,
किस्मत वालो को ही मिलती,
क़िस्मत वालों को ही मिलती,
दोनो ये सोगात हैं
कीर्तन की रात है,
बाबा का साथ है......
आज ख़ुशी से झूम रहा दिल,
ना जाने क्या बात,
कीर्तन की रात है,
बाबा का साथ है...