आई सावन की रुत,
लागे न्यारी,
झूला झूलन चलो,
राधा प्यारी...-2
चलकर बागन में,
देखेंगे हिंडोला,
देख कर जा को,
निर्मल हो चौला,
दौड़ी आई हैं,
सखियाँ सारी,
झूला झूलन चलो,
राधा प्यारी....
आई सावन की रुत,
लागे न्यारी,
झूला झूलन चलो,
राधा प्यारी।
वहीँ बागन में पावे कन्हैया,
बंसी बाजे, कदम की छैयां,
ऊँची डाली पे बैठे मुरारी,
झूला झूलन चलो,
राधा प्यारी...
आई सावन की रुत,
लागे न्यारी,
झूला झूलन चलो,
राधा प्यारी।