कदे बनके परोना आ श्यामा
मैनु तेरे मिलन दा चा श्यामा
तेरी तेरी खातिर कुआ खुदवानी आ
पानी भरण दे बहाने आ श्यामा
कदे....
तेरी तेरी खातिर बाग़ लगान्दी आ
फुल तोड़न दे बहाने आ श्यामा
कदे......
कदी कदी श्याम मैं तेरे तो रूस जांदी आ
मैनु मनान दे बहाने आ श्यामा
कदे......
तेरी तेरी खातिर यमुना ते जांदी आ
मटकी फोडन दे बहाने आ श्यामा
कदे......
तेरी तेरी खातिर सखिया बुलान्दी आ
रास रचान दे बहाने आ श्यामा
कदे.......
तेरे लई शबरी ने फर्श बिछाये ने
पैर शबरी दी कुटिया च पा श्यामा
कदे.........