मोहे सब घट श्याम ही दीखे,
सब घट श्याम ही दीखे,
जित देखूँ उत श्याम ही दीखे,
सागर की ये तरंग प्रभुजी,
बोले राधे श्याम,
नदिया की ये लहर प्रभुजी,
गाये राधे श्याम,
मोहे सब में श्याम ही दीखे,
सब में श्याम ही दीखे,
जित देखूँ उत श्याम ही दीखे,
मोहे सब घट श्याम ही दीखे,
बावरी बन मैं इत उत डोलूँ,
निरखूं श्याम सलोना,
श्याम नाम की पहर चुनरिया,
श्याम ही श्याम पुकारूँ,
सब में श्याम ही दीखे,
सब में श्याम ही दीखे,
जित देखूँ उत श्याम ही दीखे,
मोहे सब घट श्याम ही दीखे,
नैन चकोर भये प्रभु मधु के,
हर क्षण प्रभु संग लागें,
देखन चाहें हर पल प्रभु को,
सब में प्रभु को पाए,
सब में श्याम ही दीखे,
सब में श्याम ही दीखे,
जित देखूँ उत श्याम ही दीखे,
मोहे सब घट श्याम ही दीखे,