लाज रखो मेरी मेरे साई बाबा,
दर पर तुम्हारे आये हैं,
लाज रखो मेरी मेरे साई बाबा,
दर पर तुम्हारे आये हैं,
नज़रे करम हो जाए तुम्हारी,
आस ये दिल में लाये हैं,
लाज रखो मेरी मेरे साई बाबा,
दर पर तुम्हारे आये हैं……….
लोग तुम्हारे दर आकर,
सब झोली भर ले जाते हैं,
दुखियारे सब आकर अपने,
सोये भाग जगाते हैं,
रुतबा आला साई तुमारा,
ये दरबार निराला है,
मुश्किल में लोगो की तुमने,
हल पल में कर डाला है,
लाज रखो मेरी मेरे साई बाबा,
दर पर तुम्हारे आये हैं,
नज़रे करम हो जाए तुम्हारी,
आस ये दिल में लाये हैं……
सबकी सुनते हो साई,
आशा करते हो पूरी,
किसी की चाहत कभी ना रखते,
साई रखते अधूरी,
तुमसे ज़माना करते,
तुम हो सबके प्यारे,
सिखर तुम्हारा सबके लबो पे,
साई गीत तुम्हारे,
लाज रखो मेरी मेरे साई बाबा,
डर पर तुम्हारे आये हैं,
नज़रे करम हो जाए तुम्हारी,
आस ये दिल में लाये हैं …..
दीवाने तुम्हारे नाम की ,
जपते हैं माला
हर सपना तुमने सबका,
पूरा कर डाला,
शिर्डी में तुम्हारी रौनक ,
है साई हर लमहा,
तुमसे लगन लगा ली जिसने,
ख़ुशी मिले हर लमहा,
लाज रखो मेरी मेरे साई बाबा,
डर पर तुम्हारे आये हैं ,
नज़रे करम हो जाए तुम्हारी,
आस ये दिल में लाये हैं……….