तेरी जय जय, शेराँ वालिए xll-ll
"कर किरपा, मेहरां वालिए" l
तेरी जय जय, शेराँ वालिए xll-ll
तूँ ही दुर्गा, तूँ ही काली l
सबके काज, सवांरने वाली l
सबकी पार, लगाए नैया l
बन जाती माँ, आप खवईया l
सबकी बिपता, टाली ए...
तेरी जय जय, शेराँ वालिए......
तेरा दर, मुक्ति का द्वारा l
सबसे सुँदर, सबसे न्यारा l
जगदम्बे, तेरी शान निराली l
बाँट रही, सबको खुशहाली l
भक्तों की, रखवाली ए.....
तेरी जय जय, शेराँ वालिए.....
बच्चड़े तेरे, दर पे आए l
बैठे हैं, झोली फैलाए l
सबकी आशा, पूरी करदे l
सबके माँ, भण्डारे भरदे l
चंचल झंडे, वालीए...
तेरी जय जय, शेराँ वालिए......
अपलोडर- अनिलरामूर्तिभोपाल